नई दिल्ली, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक हिंदी अखबार में लिखे कॉलम के जरिए अमेरिका को जवाब दिया है कि भारत ने रूसी तेल खरीदने में किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है, बल्कि यूक्रेन युद्ध के बाद से उसके ऊर्जा व्यापार ने वैश्विक बाजारों को स्थिर करने एवं कीमतों को नियंत्रण में रखने में मदद की है।
पेट्रोलियम मंत्री ने एक हिंदी अखबार में लिखे कॉलम में व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो सहित अमेरिकी अधिकारियों की रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर की गई टिप्पणी को खारिज किया। नवारो ने भारत पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ‘युद्ध मशीन’ को वित्तपोषित करने का आरोप लगाया है। पुरी ने कहा कि भारत रूसी तेल आयात से मुनाफाखोरी नहीं कर रहा है, बल्कि इसकी खरीद ने बाजारों को स्थिर कर दिया है, जबकि कीमतों को 200 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ने से रोक दिया है। उन्होंने रूसी कच्चे तेल की निरंतर खरीद का बचाव करते हुए कहा है कि उसके आयात ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को कीमतों में तेज़ उछाल से बचाने में मदद की है।
अमेरिका-भारत व्यापार संबंध सुर्खियों में हैं, क्योंकि वाशिंगटन ने रूसी तेल को लेकर भारत पर दबाव बनाने के लिए कई भारतीय आयातों पर टैरिफ दोगुना करके 50 फीसदी कर दिया है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने धनी भारतीय परिवारों की मुनाफाखोरी की आलोचना की है, जबकि व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो ने क्रेमलिन के लिए भारत को एक धोबीघर के अलावा कुछ नहीं कहा है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
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