धर्मशाला, 04 जुलाई (Udaipur Kiran) । धर्मशाला के मैक्लोडगंज में शुक्रवार तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम द्वारा की गई रेड के बाद आरोपित को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई है। इस दौरान एनआईए की टीम ने दलाई लामा टैम्पल रोड पर स्थित सनी कम्युनिकेशन सेंटर के मालिक सनी के बैंक खातों और दस्तावेजों की जांच की है। वहीं उसके घर और सेंटर से कई दस्तावेज, लैपटॉप तथा मोबाइल कब्जे में लिए गए हैं।
प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि उसने कुछ समय में ही करोड़ों का संपत्ति बनाई है। किसी समय दूसरों को मोबाईल दुकान में काम करने वाला यह व्यक्ति कैसे करोड़ों का मालिक बन बैठा यह सब जांच में सामने आएगा। मूल रूप से चंबा जिला से संबंध रखने वाला आरोपित सनी धर्मशाला के वार्ड नंबर-4, नौरोजी रोड, मैक्लोडगंज का रहता है। उसने 14 मार्च 2016 को धर्मशाला फैमली कोर्ट में मेक्सिको की नागरिक क्रिस्टियन मेंडोजा बॉटिस्ता से शादी की थी। जानकारी के मुताबिक, क्रिस्टियन पूर्व में बॉर्डर क्रॉसिंग से जुड़े अवैध धंधे में लिप्त रह चुकी है और वर्तमान में लंबे समय से भारत में रह रही है।
जानकारी के मुताबिक एनआईए की टीम ने सनी के घर से एक बड़ा बैग, दस्तावेज, कंप्यूटर हार्ड ड्राइव और मोबाइल जब्त किए हैं, जिन्हें अब फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। तीन मंजिला मकान की गहन तलाशी ली गई और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों की गुप्त निगरानी भी तेज कर दी गई है।
आरोपी ने हाल ही में तीन जगह संपत्ति और फ्लैट खरीदे
वहीं जांच में सामने आया है कि सनी हाल ही में 10 से 11 लाख अमेरिकी डॉलर लेकर भारत लौटा था, जिसके बाद उसने धर्मशाला और आसपास के इलाकों में तीन से अधिक संपत्तियां खरीदीं। इनमें एक फ्लैट नोरबुलिंगा बौद्ध संस्थान के समीप, शीला चौक में जमीन, 3 मंजिला मकान नौरोजी रोड पर और एक कम्युनिकेशन सेंटर खड़ा डंडा रोड पर बनाया है।
सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले के तार पंजाब से चल रहे कबूतरबाजी नेटवर्क और विदेशों में सक्रिय खालिस्तानी तत्वों से जुड़े हो सकते हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या विदेशी फंडिंग का उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया गया और क्या सनी ने धर्मशाला या आसपास के लोगों को अवैध तरीके से विदेश भेजा है।
पहले दुकानों पर काम करता था सनी, अब बना करोड़पति
सनी ने बीते 2 मई को ही सनी कम्युनिकेशन की बड़ी दुकान खोली है। इससे पहले वह दुकानों पर काम कर गुजर बसर कर रहा था। अचानक इतनी धन दौलत से पड़ोसी भी हैरान हैं। वहीं सनी पहले भी मैक्लोडगंज में मोबाइल की दुकान चलाता था। जिसमें फर्जी सिम कार्ड भी बेचे थे। इतनी जल्दी वह करोड़ों का मालिक कैसे बन बैठा यह काफी संदिग्ध है।
स्थानीय लोगों में रेड को लेकर चर्चा गर्म है। मैकलोडगंज जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल पर एनआईए की कार्रवाई को लोग असामान्य मान रहे हैं। मामले में उच्च स्तर पर जांच की जा रही है और एजेंसी हर एंगल से पड़ताल में जुटी है।
कांगड़ा की एएसपी अदिति सिंह ने पुष्टि की है कि यह मामला कथित आतंकी वित्त पोषण (टेरर फंडिंग) से जुड़ा हो सकता है। सनी और उसकी पत्नी के विदेशी संपर्कों, लेन-देन और संपत्ति खरीद को लेकर पूछताछ की जा रही है। सनी पर डंकी रूट से युवाओं को विदेश भेजने के आरोप हैं।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
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