नई दिल्ली, 23 मई . नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को खुलासा किया है कि नई दिल्ली से श्रीनगर जा रही ‘इंडिगो’ की ‘ए321 नियो’ फ्लाइट को खराब मौसम में फंसने के बावजूद अपने हवाई क्षेत्र में घुसने की इजाजत नहीं दी थी. इसके चलते विमान में सवार 220 से ज्यादा यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई थी. इस विमान में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 5 सांसद भी सवार थे. हालांकि, राहत की बात रही कि विमान सुरक्षित रूप से श्रीनगर एयरपोर्ट पर लैंड कर गया.
डीजीसीए ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि नई दिल्ली से श्रीनगर जा रहे ‘इंडिगो’ एयरलाइन के चालक दल के सदस्यों ने बुधवार को खराब मौसम से बचने के लिए पाकिस्तान हवाई क्षेत्र में प्रवेश का अनुरोध किया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया. इस घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डीजीसीए ने कहा कि विमान में सवार किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई है. हालांकि, विमान का आगे का हिस्सा ‘‘नोज रेडोम’’ क्षतिग्रस्त हो गया है. डीजीसीए ने कहा कि विमान के खराब मौसम की चपेट में आने की घटना की जांच विमानन नियामक कर रहा है.
डीजीसीए ने बताया कि इंडिगो के चालक दल के बयान के अनुसार उन्होंने मार्ग पर खराब मौसम के कारण वायुसेना के उत्तरी नियंत्रण (आईएएफ) से बाईं ओर (अंतरराष्ट्रीय सीमा) जाने का अनुरोध किया था, हालांकि इसे मंजूरी नहीं दी गई. बाद में चालक दल ने खराब मौसम से बचने के लिए लाहौर से अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए संपर्क किया, लेकिन उसे भी अस्वीकार कर दिया गया. विमानन नियामक के अनुसार चालक दल ने शुरू में वापस लौटने का प्रयास किया, लेकिन जब वे तूफानी बादलों के करीब थे, तो उन्होंने खराब मौसम में ही आगे बढ़ने का फैसला किया. इसके बाद पायलट ने श्रीनगर एयरपोर्ट पर हवाई यातायात नियंत्रण को “आपातकाल” की सूचना दी, जिसके बाद विमान सुरक्षित एयरपोर्ट पर लैंड कर गया.
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/ प्रजेश शंकर
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