नई दिल्ली, 29 जून (Udaipur Kiran) । दिल्ली की वायु गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए वैज्ञानिक उपायों की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और लोक निर्माण विभाग के मंत्री व क्षेत्रीय विधायक प्रवेश साहिब सिंह ने आज नेहरू पार्क का दौरा किया। उन्होंने यहां ‘क्लीन एयर जोन’ बनाने की संभावना का अध्ययन किया।
यह पहल दिल्ली का पहला ‘क्लीन एयर जोन’ बनने की दिशा में एक शुरुआती अध्ययन का हिस्सा है। 85 एकड़ में फैले इस पार्क को पायलट साइट के रूप में देखा जा रहा है, जहां 150 एडवांस एयर प्यूरिफायर लगाने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। इन मशीनों को पहले आईएसबीटी, पेट्रोल पंपों और अन्य स्थानों पर टेस्ट किया गया है, जहां इन्होंने सीमित क्षेत्र में पीएम 2.5 स्तर को घटाने में अच्छे नतीजे दिए।
निरीक्षण के दौरान पर्यावरण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद और लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। दोनों मंत्रियों ने मॉर्निंग वॉक पर आए लोगों से बातचीत भी की, जिससे फीडबैक लेकर इस प्रस्ताव को बेहतर बनाया जा सके।
इस अध्ययन का उद्देश्य यह जानना है कि क्या यह तकनीक बड़े पार्कों में एक्यूआई को स्थायी रूप से कम कर सकती है और क्या इससे आम लोगों को सुरक्षित वातावरण मिल सकता है।
सिरसा ने बताया कि इस तकनीक ने सीमित स्तर पर अच्छे परिणाम दिखाए हैं, अब हम जानना चाहते हैं कि क्या यह बड़े क्षेत्रों में भी काम कर सकती है। हम लोगों से पूछेंगे कि क्या यह तकनीक सही है, और उनके फीडबैक के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा।
प्रत्येक प्रस्तावित मशीन लगभग 9 फीट ऊंची होती है और एडवांस्ड फ़िल्ट्रेशन तकनीक का उपयोग करती है जो हवा से हानिकारक पीएम 2.5 कणों को निकालती है। यदि भविष्य में यह परियोजना लागू होती है तो यह पार्क के उपयोगकर्ताओं को साल दर साल स्वच्छ हवा दे सकती है। लेकिन इसकी तैनाती पूरी तरह अध्ययन के नतीजों पर निर्भर करेगी।
सिरसा ने बताया कि सरकार फिलहाल इस तकनीक की वास्तविक परिस्थितियों में फिजिबिलिटी की जांच कर रही है। अगर यह प्रभावी और व्यावहारिक साबित होती है, तो क्नॉट प्लेस, खान मार्केट और अन्य स्थानों में भी इसी तरह के ज़ोन बनाने पर विचार होगा। इन परियोजनाओं का क्रियान्वयन कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के माध्यम स किया जाएगा ताकि सरकार पर आर्थिक बोझ न आए।
मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार लगातार राजधानी को विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने दिल्ली की रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और मरम्मत के लिए 1,000 करोड़ रुपये की सहायता दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि सिरसा स्वयं हर विकास और प्रदूषण नियंत्रण अभियान की निगरानी करते हैं। उनकी प्रतिबद्धता अडिग है।
सिरसा ने कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिए वैज्ञानिक सोच, प्रतिबद्धता और लगातार प्रयास जरूरी है। इसलिए हम पहले इस मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं, फिर कोई निर्णय लेंगे। अगर यह अध्ययन सफल रहा, तो नेहरू पार्क में बना यह ‘क्लीन एयर जोन’ दिल्ली के अन्य शहरी क्षेत्रों जैसे पार्क, स्कूल, बाजार और रिहायशी इलाकों में भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक नई मिसाल बन सकता है।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
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