चित्तौड़गढ़, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). जैसलमेर बस अग्निकांड में अब जांच के तार चित्तौड़गढ़ परिवहन विभाग तक पहुंच गए हैं. हादसे में झुलसकर 22 लोगों की मौत के बाद अब यह खुलासा हुआ कि जिस बस में आग लगी, उसका पंजीयन चित्तौड़गढ़ परिवहन कार्यालय में हुआ था. इसी के चलते अब पुलिस ने जांच तेज करते हुए विभाग के सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर और दस्तावेज जब्त कर लिए हैं.
सदर पुलिस ने विभाग से लिया डीवीआर कब्जे में
गुरुवार को चित्तौड़गढ़ सदर थाना पुलिस टीम थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी (आरटीओ) कार्यालय पहुंची. यहां उन्होंने आरटीओ नेमीचंद पारीक और डीटीओ नीरज शाह से मुलाकात की और बस से जुड़े सभी दस्तावेज जब्त किए.
इसके बाद पुलिस ने कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर भी कब्जे में लेकर थाने भेज दिए हैं. अब इन फुटेजों की जांच के बाद यह स्पष्ट किया जाएगा कि बस पंजीयन की प्रक्रिया में कहां चूक हुई.
फर्जी पंजीयन पर बढ़े सवाल, दो अधिकारी निलंबित
इस मामले में पहले ही आरोप लग चुके हैं कि बस का पंजीयन नियमों के विरुद्ध किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवहन मुख्यालय ने तत्काल प्रभाव से कार्यवाहक आरटीओ सुरेंद्रसिंह गहलोत और सहायक प्रशासनिक अधिकारी को निलंबित कर दिया है. अब पुलिस विभाग इस पंजीयन प्रक्रिया की पूरी जांच कर रहा है.
परिवहन विभाग में पसरा सन्नाटा, जांच से मचा हड़कंप
मुख्यालय से कार्रवाई के आदेश आने के बाद चित्तौड़गढ़ परिवहन कार्यालय में पिछले दो दिनों से सन्नाटा पसरा हुआ है. आम दिनों की तुलना में यहां कामकाज ठप है. पुलिस के पहुंचने से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.
104 बसों के चालान, ₹1.90 लाख वसूले जुर्माने में
इस बीच, परिवहन विभाग ने ट्रैवल बसों की सघन जांच अभियान शुरू किया. बुधवार रात और गुरुवार को तीन टोल नाकों सहित कई मार्गों पर नाके लगाए गए. जांच के दौरान 104 बसों के चालान बनाए गए और ₹1.90 लाख का जुर्माना वसूला गया.
इन बसों में से कई में परमिट शर्तों का उल्लंघन, डिक्की में सामान भरा होना और अन्य सुरक्षा मानकों का अभाव पाया गया. जांच में आरटीओ, डीटीओ और पूरा विभागीय स्टाफ शामिल रहा.
पुलिस ने शुरू की विस्तृत जांच
सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर विभाग के दस्तावेज और डीवीआर जब्त किए गए हैं. जांच रिपोर्ट तैयार कर उच्च स्तर पर भेजी जाएगी. वहीं, डीटीओ नीरज शाह ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर जिले में चल रही सभी ट्रैवल बसों की जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
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