लखनऊ, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए हैं। नालों का पानी और गंदगी सीधे नदियों में डाली जा रही है, जिससे नदी, नाली की सफाई की जानकारी न मिल सके। बुंदेलखंड की नदियों को इतना खोद दिया गया कि हर जिले में सड़क और खेत के किनारे टीले बने हुए हैं। ये ऊंचे-ऊंचे टीले किसी को नहीं दिख रहे हैं। यह बातें समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही।
अखिलेश ने निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी कॉरिडोर ने नाम पर विरासत को मिटा रही है। उसका लक्ष्य कुछ और होता है, दिखाते कुछ और हैं। ये रास्ता नहीं आस्था है हमारी, जो गलियां हैं वो हमारी आस्था की हैं। कुछ गलियों में सैकड़ों गीत बने होंगे, यह कॉरिडोर के नाम पर जब बिगाड़ देंगे तो वो गीत कहां गूंजेंगे? आज हम अगर वृंदावन जाएं तो बड़े-बड़े कूड़े के टीले लगे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के लोग जहां देखो जमीन कब्जा करने पहुंच जाते हैं। अयोध्या में लोगों के घर उजाड़े गए। उन्हें ठीक से मुआवजा भी नहीं मिला। गोरखपुर में विरासत गलियारा के नाम पर लोगों के घर उजाड़ दिए गए। वहीं अकबरनगर के लोगों को हटा दिया गया। जहां वे रोजगार करते थे, नौकरी करते थे। वहां कहा गया कि हम रिवरफ्रंट बना रहे हैं। रिवर फ्रंट नदी पर बनता है, ये नाली पर बना रहे।
गोरखपुर में लड़की के बयान वाले सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अधिकारियों से मेरा यही निवेदन है कि सियासत का खेल बड़ों का, बच्चों को इसमें न डाला जाए। उन्होंने सरकार की चुटकी लेते हुए शिल्पग्राम में आयोजित तीन दिवसीय आम महोत्सव के आखिरी दिन आम लूटने की मची होड़ का जिक्र कर हुए कहा कि ये सरकार किसी कार्यक्रम का आयोजन ठीक से नहीं कर पाती। मैनेजमेंट की कमी से आम लूटने के लिए भगदड़ मची।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा
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