लखनऊ, 23 मई . यह पुस्तक न केवल प्रबंधन पेशेवरों के लिए बल्कि शिक्षाविदों, उद्योग जगत के नेताओं, विद्यार्थियों और उन सभी के लिए एक समृद्ध संसाधन सिद्ध होगी, जो अपने करियर और जीवन में समग्र सफलता तथा नैतिक मार्गदर्शन की तलाश में हैं. लेखक स्वर्गीय सतीश कुमार सिंह द्वारा लिखित पुस्तक जीवन और करियर के लिए मार्गदर्शन है. यह बातें शुक्रवार को हाल ही गाेलाेकवासी हुए सतीश कुमार सिंह की पुस्तक प्राचीन ज्ञान से आधुनिक प्रबंधन का विमाेचन के दाैरान एकेटीयू के कुलपति जय प्रकाश पांडेय ने कही.
एसएमएस के महानिदेशक (तकनीकी) प्रो. भरत राज सिंह ने कहा कि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (एसएमएस), लखनऊ एवं वाराणसी, को यह गर्व है कि वह अपने संस्थापक एवं दूरदर्शी अध्यक्ष, स्वर्गीय सतीश कुमार सिंह द्वारा लिखित पुस्तक प्राचीन ज्ञान से आधुनिक प्रबंधन – एक बेहतर जीवन और करियर के लिए पाठ का डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू), लखनऊ के कुलपति जय प्रकाश पांडेय जी द्वारा औपचारिक रूप से विमोचन किया गया.
अपने संबोधन में कुलपति ने एसएमएस परिवार को बधाई दी और पुस्तक की प्रासंगिकता की सराहना की. आगे कहा कि स्वर्गीय सतीश कुमार सिंह एक महान शिक्षाविद् होने के साथ-साथ एक प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी थे, जो शिक्षा, नैतिकता एवं आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति अपनी गहन प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे. यह पुस्तक उनके आजीवन ज्ञान-साधना का प्रतिबिंब है, जिसमें उन्होंने प्राचीन दार्शनिक ज्ञान को आधुनिक प्रबंधन सिद्धांतों से जोड़ने का प्रयास किया है. शास्त्रों, आध्यात्मिक शिक्षाओं एवं महान नेताओं तथा विद्वानों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए, यह पुस्तक आज के व्यावसायिक एवं व्यक्तिगत जीवन की चुनौतियों का व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है. प्राचीन ज्ञान से आधुनिक प्रबंधन नैतिक नेतृत्व, व्यक्तिगत विकास तथा उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करती है. इसका उद्देश्य पाठकों को तेजी से प्रतिस्पर्धात्मक होती दुनिया में मूल्यों आधारित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना है.
बताया गया कि एसएमएस संस्थान, वाराणसी का संचालन वर्तमान में डॉ. एम.पी. सिंह, कार्यकारी सचिव के नेतृत्व में हो रहा है, जबकि लखनऊ परिसर का प्रबंधन शरद सिंह, सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा किया जा रहा है.
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में अनेक प्रतिष्ठित शिक्षाविदों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रो. भरत राज सिंह, महानिदेशक (तकनीकी), एसएमएस लखनऊ, प्रो. पी.एन. झा निदेशक तथा संजय गुप्ता, रजिस्ट्रा, एसएमएस वाराणसी प्रमुख रूप से शामिल रहे.
/ रोहित कश्यप
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